जैसे जैसे दुनिया भर में बिजली की मांग बढ़ रही उसी रफ़्तार से बिजली की कीमत भी बढ़ रही है. दुनिया के साथ साथ भरता में भी बिजली की खपत बहुत तेज़ी से बढ़ रही है, उतनी ही तेज़ी से बिजली की कीमत भी बढ़ रही है. भारत में आज की लगभग 50% बिजली कोयले से बनती है, जिसे आप नीचे दिए गए ग्राफ से बहुत अच्छी तरह समझ सकते हैं. क्योंकि कोयला धरती पर एक सीमित मात्रा में उपलब्ध है और आने वाले समय में के खत्म होने की भी संभावना है. कोयले से बिजली बनाने में पर्यावरण को भी काफी नुकसान पहुंचता है. इन्हीं बातों की चिंता से सरकार भी सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं. आज के समय में लोगों ने अपने घरों में भी सोलर पैनल लगाने शुरू कर दिए. सोलर पैनल की आवश्यकता और पर्यावरण के लिए फायदा लोगों को दिखाई देने लगा. सोलर पैनल द्वारा बनाई गई बिजली काफी सस्ती भी होती है और पर्यावरण के लिए इससे किसी तरह की कोई हानि नहीं होती. सोलर पैनल लगाने के लिए हमें कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है, तभी जाकर हम सोलर पैनल से अधिक मात्रा में बिजली पैदा कर सकते हैं.
जैसा कि आप सभी जानते हैं सोलर पैनल सूरज की किरणों से मिलने वाली ऊर्जा से बिजली बनाता है. सोलर पैनल पर जितनी अधिक सूरज की किरणें बनेगी उतनी ही अधिक बिजली पैदा होगी. इसलिए सोलर पैनल को लगाने से पहले हमें यह ध्यान रखना होता है कि, सोलर पैनल को किस दिशा और किस एंगल में लगाना चाहिए. आज इस पोस्ट “Best Direction and Angle For Solar Panel in India” में हम जानेंगे की सोलर पैनल को किस दिशा और किस एंगल में लगाना चाहिए.
सोलर पैनल के लिए एंगल और दिशा क्यों महवपूर्ण है. (Why Direction and Angle are Important For Solar Panel Installation)
सौर ऊर्जा हमारे लिए एक बहुत की महत्वपूर्ण स्रोत है बिजली पैदा करने का. हम जितना अधिक सोलर पैनल पर निर्भर होंगे उतनी अधिक हमारी निर्भरता जीवाश्म ईंधन से घटती जाएगी, जो कि पर्यावरण और धरती के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. सोलर पैनल के इंस्टॉलेशन के समय उसकी दिशा और एंगल अधिकतम सोलर एनर्जी पैदा करने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. सोलर पैनल की सतह जितना अधिक सूर्य के संपर्क में होगी उतनी अधिक बिजली पैदा होगी. जैसा कि हम जानते हैं सोलर पैनल एक निश्चित दिशा और एंगल में फिक्स होता है जबकि सूरज, अपनी दिशा बदलता रहता है. इसलिए यह सुनिश्चित करना बहुत ही आवश्यक है कि सोलर पैनल पर सूरज की किरणें अधिक से अधिक समय के लिए पड़ें.
जैसा कि आप सभी जानते हैं सूरज गर्मियों के समय में अधिक देर तक रहता है और सर्दियों के समय अपेक्षाकृत कम दिखाई देता है. सर्दी के दिनों में सूरज की किरणें धरती पर तिरछी पड़ती है जबकि गर्मी के समय सूरज लंबवत होता है और सूरज की किरणें धरती पर सीधे प्रति हैं. इसलिए गर्मी के समय सूरज की किरणों को धरती तक पहुंचने में काफी कम समय लगता है. और ऐसे में सोलर पैनल अधिक बिजली बना पाता है. भारत में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं जोकि, 8°4′ से 37°6′ उत्तरी अक्षांश और 68°7′ से 97°25′ पूर्वी देशांतर सीमाओं के बीच में है. भारत में सर्दियों के समय सूर्य दक्षिण दिशा में होता है जबकि गर्मियों के समय सूर्य लंबवत दिशा में होता. इसलिए सोलर पैनल को लगाने से पहले की दिशा और एंगल का विशेष ध्यान रखा जाता है.
सोलर पैनल लगाने का सही तरीका (Best Direction and Angle For Solar Panel)
सोलर पैनल लगाने का सबसे अच्छा तरीका यह है सूरज की किरणों को अधिक प्राप्त करने के लिए सूरज की दिशा और एंगल ध्यान में रखा जाए. दिन और मौसम को ध्यान में रखकर सोलर पैनल विदिशा और एंगल को रखा जाना चाहिए. सोलर पैनल स्थान पर फिक्स होता है दिशा बार-बार बदलना संभव नहीं है. इसलिए सोलर पैनल लगाने से पहले हमें उसकी दिशा और एंगल को मौसम के अनुसार दिशा और एंगल में रखना होगा कि जिससे अधिक से अधिक सूरज की किरणें सोलर पैनल पर पड़ सकें, ताकि सोलर पैनल की बिजली उत्पन्न करने की क्षमता जयादा हो.
सोलर पैनल की सही एंगल (Best Angle For Solar Panel)
जैसा कि आप जानते हैं भारत एक विशाल देश है, जोकि 8°4′ से 37°6′ उत्तरी अक्षांश और 68°7′ से 97°25′ पूर्वी देशांतर सीमाओं के बीच फैला है. यदि आप पंजाब व दिल्ली में सोलर पैनल लगाते हैं तो उसके लिए सोलर पैनल का एंगल अलग होगा और यदि आप तमिलनाडु में सोलर पैनल लगाते हैं तो उसके लिए सोलर पैनल का एंगल अलग होगा. क्योंकि हर एरिया का Latitude अलग अलग होता है. इसलिए ऐसा कहा जाता है की सोलर पैनल का एंगल उस एरिया के Latitude से जितना अधिक मैच करेगा, सोलर पैनल इतनी ही बिजली बनाएगा. आपकी सुविधा के लिए नीचे हम एक टेबल दे जिससे आप अपने एरिया का Latitude आसानी से पता कर सकते हैं.
States | Latitudes |
---|---|
Jammu and Kashmir, Uttarakhand, Himachal Pradesh, Punjab | 30° – 36° |
Uttar Pradesh, Delhi, Bihar, Haryana, Rajasthan | 24° – 30° |
Madhya Pradesh, Gujarat, West Bengal, Jharkhand, Chhattisgarh, Maharashtra, Odisha | 18° – 24° |
Tamil Nadu, Andhra Pradesh, Karnataka, Kerala, Telangana | 12° – 18° |
सोलर पैनल की सही दिशा (Best Direction For Solar Panel)
सोलर पैनल लगाने के लिए सबसे सही दिशा दक्षिण दिशा है, यानी कि सोलर पैनल की ऊपरी सतह दक्षिण दिशा तरफ होनी चाहिए. सूरज की किरणें इसी दिशा में सबसे ज्यादा सोलर पैनल पर पड़ती है. पूर्व और पश्चिम दिशा भी सोलर पैनल के लिए अच्छी मानी जाती है. लेकिन सोलर पैनल को दिशा में नहीं लगाना चाहिए.
Some Other Factor For Solar Panel Installation
- Shadow area:- सोलर पैनल लगाने से पहले ध्यान रखना बहुत जरूरी है की सोलर पैनल खुली जगह, जहां पर सोलर पैनल पर किसी तरह की छाया न पड़े. ताकि सोलर पैनल को पर्याप्त मात्रा में धूप मिल सके.
- Smooth Surface Area:- सोलर पैनल को ऐसी जगह इंस्टॉल करना चाहिए जहां पर कोई उबड़-खाबड़ जगह ना हो, प्लेन सतह पर सोलर पैनल को इंस्टॉल करने से इसकी मजबूती अधिक रहती है.
आशा करता हूं आप को दी गई जानकारी काफी अच्छे से समझ आई होगी. अब तक आप जान ही चुके होंगे सोलर पैनल लगाने के लिए, सबसे अच्छी है. सोलर पैनल एंगल को Latitude के हिसाब से सेट करना चाहिए. वैसे आज के समय में फ्लेक्सी एंगल के साथ भी सोलर पैनल इंस्टॉल किया जाता है. आप जिस कंपनी से सोलर पैनल लगवा रहे हैं उसे फ्लेक्सी एंगल लगाने को भी कह सकते हैं. सेक्सी एंगल आप अपनी आवश्यकतानुसार सेट कर सकते हैं.
सोलर पैनल से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
सोलर पैनल का मुंह किस दिशा में होना चाहिए?
भारत में सोलर पैनल मुंह दक्षिण दिशा में होना चाहिए. सूरज की किरणें इसी दिशा में सबसे ज्यादा सोलर पैनल पर पड़ती है.
सोलर पैनल को कितने डिग्री पर लगाना चाहिए?
सोलर पैनल एंगल को Latitude के हिसाब से सेट करना चाहिए. ठण्ड के दिनों में सोलर पैनल को 55° से 60° के एंगल पर और गर्मी के दिनों में 15° से 20° के एंगल पर लगाना चाहिए.
क्या मैं पश्चिम मुखी छत पर सोलर पैनल लगा सकता हूं?
सोलर पैनल लगाने के लिए सबसे सही दिशा दक्षिण दिशा है, लेकिन पूर्व और पश्चिम दिशा भी सोलर पैनल के लिए अच्छी मानी जाती है. आप पश्चिम मुखी छत पर भी सोलर पैनल लगा सकते हैं.
क्या उत्तर मुखी छत पर सोलर पैनल लगाए जा सकते हैं?
उत्तर मुखी छत पर सोलर पैनल लगाने से इस पर सूरज की किरने पर्याप्त मात्रा में नहीं पड़ती. इस लिए मुखी छत पर सोलर पैनल नहीं लगाना चाहिए.
क्या सौर पैनल का पूर्व की ओर मुंह कर सकते हैं?
जी हाँ पूर्व और पश्चिम दोनों दिशा में पैनल का मुंह कर सकते हैं.
आशा करता हूँ सोलर पैनल से संबन्धित यह पोस्ट “Best Direction and Angle For Solar Panel in India” अच्छी और जानकारी युक्त लगी होती। सोलर पैनल की जानकारी के लिए हमारी अन्य पोस्ट को भी ज़रूर पढ़ें। सोलर फनल से संबन्धित यदि आप कोई और भी सवाल है तो आप हमसे कॉमेंट कर पूँछ सकते हैं। हम आप के सवालो के जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। इस वैबसाइट( ब्लॉग) के बारे मे आप के कोई सुझाव हों तो वह भी कॉमेंट कर ज़रूर बताएं। आप के प्रश्न एवं सुझाव का हमे इंतज़ार रेहगा।